
SONAM हकीकत- होटल में भरपेट खाना खाया
SONAM 3 झूठ बोलकर शक के घेरे में आई सोनम
SONAM पति की हत्या के बाद सास से बोली- मेरा उपवास
SONAM मेघालय पुलिस के पास कुछ ऐसे सबूत हैं, जिनके आधार पर वह सोनम के मुख्य आरोपी होने का दावा कर रही है। एसपी स्येम कहते हैं हमें यकीन हो गया कि इसमें सोनम का हाथ है तभी हमने अपनी दो टीमों को एमपी और यूपी रवाना किया।
बता दें कि 8 और 9 जून की दरमियानी रात यूपी के गाजीपुर के एक ढाबे पर पहुंची सोनम को मेघालय पुलिस ने 3 दिन की रिमांड पर लिया है। अब उससे सिलसिलेवार तरीके से पूछताछ की जाएगी। जिनके आधार पर सोनम को इस केस का मुख्य आरोपी कहा जा रहा है

3 झूठ से समझिए, मेघालय पुलिस की सोनम पर शक की वजह
SONAM पहला झूठ: राजा की हत्या के बाद सास को फोन लगाया, झूठ बोला
2 जून को राजा की लाश मिलने के बाद मेघालय पुलिस ने एसआईटी का गठन किया था। इन्वेस्टिगेशन टीम सोनम की तलाश कर रही थी। इस दौरान टीम को पता चला कि 23 मई को दोपहर 1.43 बजे सोनम ने इंदौर में सास उमा रघुवंशी को कॉल किया था। सास ने सोनम से पूछा था कि बेटा खाना खाया कि नहीं तो सोनम ने जवाब दिया कि मम्मी मेरा उपवास है।
SONAM पुलिस इन्वेस्टिगेशन
SONAM एसआईटी की एक टीम ने शिपारा होम स्टे के संचालक से पूछताछ की तो उसने बताया कि 23 मई को सोनम लौटी थी और उसने बढ़िया खाना खाया था। उसके साथ राजा नहीं था। सास उमा के साथ हुई सोनम की बातचीत और होम स्टे के संचालक के बयान में विरोधाभास था जिसकी वजह से पुलिस को शक हुआ।
https://www.facebook.com/profile.php?id=100087896267100
SONAM तीसरा झूठ: हनीमून कपल की सोशल मीडिया पर सेल्फी नहीं
राजा और सोनम 21 तारीख को शिलॉन्ग पहुंचे थे। यहां उन्होंने एक होटल में रूम लिया था। 22 मई को दोनों सोहरा के लिए निकले। सोहरा में थाने के पास ही बने एक होटल में कमरा लेने पहुंचे मगर होटल में जगह नहीं थी। उन्होंने होटल में अपना सामान रखा और घूमने निकल गए।
इसी दिन दोनों मावलखियात गांव पहुंचे और सोहरा पुलिस थाना क्षेत्र के नोंग्रियात गांव में लिविंग रूट ब्रिज को देखने के लिए स्कूटर किराए पर लिया। पुलिस के मुताबिक वे एक रात के लिए होम स्टे में रुके और अगले दिन मावलखियात लौटने के लिए चेक आउट किया।
SONAM पुलिस इन्वेस्टिगेशन
हनीमून पर आने वाले कपल अक्सर अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर हनीमून की तस्वीरें अपलोड करते हैं। पुलिस ने जब दोनों के अकाउंट्स खंगाले तो उनकी एक भी तस्वीर नहीं थी। जबकि वे ऐसी कई जगहों पर घूमने गए थे जहां अक्सर कपल सेल्फी लेते हैं। पुलिस ने जब इसका साइकोलॉजिकल असेसमेंट किया तो पता चला कि सोनम और राजा के बीच सबकुछ अच्छा नहीं था।
SONAM जाने का टिकट कराया लौटने का नहीं
मेघालय पुलिस के मुताबिक 11 मई को शादी के बाद 16 मई को मुख्य आरोपी राज कुशवाहा ने ही राजा की हत्या की प्लानिंग कर ली थी। प्लानिंग के तहत सोनम ने 20 तारीख का शिलॉन्ग का टिकट कराया था। सोनम की सास उमा के मुताबिक उसने शिलॉन्ग जाने की कोई बात नहीं की थी। राजा बेहद व्यस्त था वह घूमने नहीं जाना चाहता था।
जब सोनम ने खुद ही टिकट बुक कर दिए और राजा को यह बात बताई तो उसने भी घूमने के लिए हामी भर दी। सास उमा ने कहा कि इस बात की हैरानी हुई कि सोनम ने रिटर्न टिकट नहीं किया था। मैंने यह बात राजा से भी कही। राजा ने बताया कि पांच-छह दिन में आ जाएंगे। उसने राजा से खासकर सोने की चेन पहनकर चलने को कहा था।
SONAM मैं आरोपी नहीं पीड़ित हूं
सोनम 8 और 9 जून की दरमियानी रात यूपी के वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर काशी ढाबे पर मिली। उसने ढाबा मालिक साहिल यादव के फोन से अपने भाई को कॉल कर सूचना दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सोनम की मेडिकल जांच की और उसे वन स्टॉप सेंटर ले गई।
ढाबा मालिक साहिल के मुताबिक सोनम ने हमें बताया कि शिलॉन्ग में उसके पति की लुटेरों के साथ भिड़ंत हुई। इसमें लुटेरों ने पति को मार दिया। वो जान बचाकर यहां तक पहुंची। थोड़ी देर बाद रात करीब ढाई बजे पुलिस सोनम को अपने साथ ले गई। सोनम ने पुलिस को बताया कि वह निर्दोष है। उसका अपहरण किया गया था। उसने दावा किया कि वह इस मामले में आरोपी नहीं बल्कि पीड़ित है।
